November 21, 2024

पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री मरापे ने नरेंद्र मोदी को बताया “Leader of South Global”

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नरेंद्र मोदी का ऑटोग्राफ ले रहे हैं, पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री मोदी के पैर छू रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री हों या जापान के सब मोदी के दीवाने क्यों हो रहे??

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों G7 औऱ Quad की मीटिंग के लिए विदेश के दौरे पर हैं औऱ इन मीटिंग के दौरान ही वो FIPIC (Forum for India- Pacific Islands Cooperation) की मीटिंग में भी शामिल हुए जिसमें 14 Indian-Pacific देश शामिल हैं।

पॉपुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने मोदी के पैर छूए औऱ नरेंद्र मोदी को “Leader of South Global” भी बताया:

पॉपुआ न्यू गिनी एक ऐसा देश जो शाम हो जाने के बाद अपने यहाँ आने वाले किसी भी राष्ट्राध्यक्ष का विशेष सम्मान नहीं करता भव्य आयोजन नहीं करता लेक़िन नरेंद्र मोदी के रात करीब 10 बजे पहुँचने पर भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान किया औऱ उनके लिए भव्य आयोजन किया। औऱ हर कोई उस वक़्त हैरान हो गया जब वहाँ के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी के पैर भी छूए जिस पर मोदी भी पहले तो हैरान हुए फिर उन्होंने ने भी मरापे कि भावनाओं का सम्मान करते हुए उनके पीठ को थपथपाया।

आज तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ जब किसी देश का प्रधानमंत्री किसी अन्य देश के प्रधानमंत्री के पैर छुए हो औऱ इतना ही नहीं बल्कि इसके बाद पॉपुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वश्रेष्ठ सम्मान “कम्पैनियन ऑफ द आर्डर ऑफ़ लोंगोहू” से नवाजा। मरापे ने नरेंद्र मोदी को “Leader of South Global” भी बताया।

पॉपुआ न्यू गिनी के बाद एक अन्य देश फिजी ने भी नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वश्रेष्ठ सम्मान “कम्पैनियन ऑफ द आर्डर ऑफ़ फिजी” से नवाज़ा।”

पॉपुआ न्यू गिनी वह देश है जहाँ चीन अपना दबदबा बनाने में लगा हुआ है लेक़िन चीन की परवाह किये बगैर चीन को किनारे रख कर पॉपुआ न्यू गिनी ने भारत के शरण में आना जरुरी समझा औऱ सूरज ढलने के बाद रात में करीब दस बजे पॉपुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेने एयरपोर्ट जाकर उनके पैर भी छूए,  ऐसा इसीलिए भी क्यूंकि जब सभी देश ने पॉपुआ न्यू गिनी को किनारे कर दिया था कोरोना काल में औऱ वहाँ की जनता मर रही थी तब भारत ने ही पॉपुआ न्यू गिनी को मदद भेजा था औऱ उसके साथ खड़े रहने का भरोसा जताया था।

सबको अनदेखा कर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अचानक आ गए मोदी से हाथ मिलाने:

जब मोदी जापान में चल रहे G7 की मीटिंग में बैठे हुए थे तभी पीछे से अमेरिका के राष्ट्रपति नरेंद्र मोदी के पास आते हैं औऱ उनसे हाथ मिलाते हैं औऱ उनके गले लग जाते हैं जबकि वो उस दौरान किसी औऱ से हाथ नहीं मिलाते सीधे मोदी के पास ही चल कर आते हैं औऱ उनकी प्रशंसा करते हैं। जो बाइडेन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए बेताब रहते हैं वह पिछले साल जर्मनी में हुए G7 की मीटिंग में भी ऐसा कर चुके हैं। ध्यान रहे भारत G7 का कोई स्थायी सदस्य नहीं है, भारत मेहमान देश के तौर पर G7 की मीटिंग में शामिल हुआ है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन औऱ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बानीज सब हुए मोदी दीवाने:

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में QUAD की मीटिंग चल ही रही थी उस समय अमेरिका के प्रधानमंत्री जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तारीफों के पुल बाँधने शुरू कर दिए औऱ मोदी से उनके ऑटोग्राफ तक की मांग कर डाली। उसके बाद जो बाइडेन ने बोला कि आप दुनिया को असली लोकतंत्र का मतलब समझा रहे औऱ आप दुनिया में एक नया बदलाव ला रहे हैं।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंटोनी अल्बानीज ने भी नरेंद्र मोदी के लिए जमकर कसीदे पढ़े औऱ उनके लिए ऑस्ट्रेलिया में प्रस्तावित एक आयोजन के बारे में जिक्र करते हुए अल्बानीज ने बताया कि उनके कार्यक्रम लिए हर कोई दीवाना है औऱ जो लोग उनसे महीनो से या सालों से संपर्क में नहीं थे वो भी अब मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए फ़ोन कर रहे संपर्क कर रहे औऱ आगे उन्होंने बताया कि जहाँ कार्यक्रम होना तय हुआ है वहाँ कि क्षमता बीस हज़ार लोगों की है लेक़िन अभी से ही उनके पास क्षमता से अधिक बुकिंग आ चुकी है।