क्यों आना पड़ा गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्गी ब्रिन को सामने ?
ये तो सभी जानते हैं कि आने वाला कल AI (Artificial Intelligence) का होने वाला है। आज के समय में सभी कम्पनियाँ AI कि तरफ रुख कर रहीं हैं। जबसे माइक्रोसॉफ्ट समर्थित Open AI प्लेटफार्म ने ChatGPT लांच किया है और जिस तरह उम्मीद से कई गुना पॉजिटिव रिस्पांस ChatGPT को मिला है उसके बाद से गूगल का अस्तित्व खतरे में नज़र आ रहा था और जिस कारण आनन-फानन में कंपनी के ऑफिसर्स को गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्गी ब्रिन को बुलाना पड़ा। सामान्यतः लैरी पेज व सेर्गी ऑफिस के कामों में ज्यादा शामिल नहीं होते हैं लेकिन ChatGPT के लांच होने के बाद गूगल सर्च के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा था और गूगल कि कमाई का सांसे बड़ा जरिया गूगल सर्च ही है, इस वजह से सभी को मीटिंग्स करना पड़ा और अब खबर है कि जल्दी ही गूगल अपने AI Tool गूगल BARD को लांच करने वाला है।
सम्भवतः अगले कुछ हफ़्तों में हमें गूगल का AI BARD देखने को मिल जाये। जिस तरह कम्पनी द्वारा एक सेमिनार में ये दिखाया गया Google BARD किस तरह काम करेगा उसे देख कर हम कह सकते हैं कि ये काफी हद तक OpenAI के ChatGPT जैसा ही है लेकिन कमियां ChatGPT में भी है और कमियां Google Bard में भी है।
आखिर क्यों गूगल BARD नहीँ दे पायेगा ChatGPT को टक्कर ?
गूगल BARD से आप कोई भी सवाल पूछेंगे तो वो उस सवाल का जवाब देगा और हाल-फ़िलहाल में घटे घटनाक्रमों के बारे में भी जानकारी देगा जो अभी OpenAI के ChatGPT में देखने को नहीँ मिल रहा।
और ऐसा सिर्फ इसीलिए क्यूंकि गूगल BARD सीधे गूगल सर्च इंजन से जुड़ा होगा जो ताज़ा घटी घटनाओं के बारे में भी जानकारी देगा जैसे आप अभी कुछ गूगल पर जाकर सर्च करते हैं और आपको जानकारी गूगल सर्च करने से तुरंत मिल जाती है ठीक उसी तरह, आप इसको ऐसे समझ सकते हैं कि गूगल Bard कुछ और नहीं बल्कि गूगल सर्च को ही AI BARD से जोड़ना है या फिर यूँ कह लीजिये कि गूगल सर्च इंजन का ही एडवांस रूप है गूगल Bard।
वहीँ बात करें ChatGPT कि तो ChatGPT आपको बहुत तरह के काम करके दे सकता है जैसे चाहे किसी को एप्लीकेशन लिखना हो, किसी विषय पर किताब लिखना हो, कोई रेसिपी जानना हो या फिर कुछ और हालाँकि ये सब काम तो गूगल का AI Bard भी करके दे सकता है लेकिन अभी तक गूगल की तरफ से मिले ऑफिसियल बयानों व जानकारियों के मुताबिक AI BARD जो नहीं दे सकता है वो है Coding, जी हाँ गूगल का AI Bard किसी विषय पर किसी चीज कि coding करके नहीं दे सकता।
भविष्य में गूगल को माइक्रोसॉफ्ट समर्थित Open AI से बहुत अधिक चुनौतियाँ देखने को मिलेंगी:
हालाँकि एक कमी फिलहाल ChatGPT में भी है कि ChatGPT में सिर्फ अक्टूबर 2021 तक का ही डाटा उपलब्ध है 2021 के बाद का डाटा ChatGPT में उपलब्ध नहीं है जबकि गूगल का AI बार्ड गूगल सर्च इंजन से जुड़े होने के कारण ताज़ातरीन जानकारियों को भी आपसे साझा करेगा। लेकिन आपको बता दें कि Open AI ने ChatGPT को सिर्फ टेस्टिंग के लिए ही लांच किया था जिस कारण उसमे सिर्फ 2021 तक का ही डाटा उपलब्ध था लेकिन उसको मिली जबरदस्त रिस्पांस के बाद अब Open AI और भी अत्याधुनिक बना रहा ChatGPT को और जल्द ही ChatGPT का एडवांस version भी लांच कर सकता है जिसमें हाल-फ़िलहाल में घटे घटनाओँके बारे में भी पूरी जानकारियां मिल सकेंगी। जिस कारण हमें लगता है कि भविष्य में गूगल को माइक्रोसॉफ्ट समर्थित Open AI से बहुत अधिक चुनौतियाँ देखने को मिलेंगी।